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500 कहानियाँ

"अरे, पतिदेव, उठ जाइए, सुबह हो गई है"! शांति ने चीड़ते हुए कहा

"अरे, नींद आएगी तो सोऊंगा, कल दिन भर भी कुछ नहीं खिलाया और रात भर भूखा सुलाया, अब हाथ पैर में जान नहीं है कि उठ जाऊं, फटाफट, मेरे लिए कुछ गरमा गरम बना कर ले आओ, नहीं तो तुम, आज ही विधवा हो जाओगी"! धर्मेंद्र ने कहा

"विधवा होना कौन सी बड़ी बात है, दुनिया में लाखों औरतें विधवा है, तो वह बिना पति के मर नहीं गई है"! शांति ने कहा

"तुम्हारी, विधवा होने की ख्वाहिश में बहुत जल्द पूरी कर दूंगा, पर प्लीज, मेरे लिए कुछ खाने का ला दो"! धर्मेंद्र ने रोते हुए कहा

"ठीक है, ला दूंगी पर मेरी एक शर्त है, खाना खाने के बाद घर का सारा बचा हुआ काम तुम करोगे"! शांति ने शर्त बताई

"ठीक है, मुझे, तुम्हारी सारी शर्त मंजूर है, बस तुम, फटाफट खाना लेकर आ जाओ"!

फिर शांति धर्मेंद्र को खाना लाकर देती है और वह खाना खाता है, तभी शांति कहती है -"खाना खाकर, इन बर्तनों को और घर में जितने भी बर्तन पड़े हैं, फटाफट धो डालो फिर मेरे पापा के और तुम्हारे कपड़े धो देना, उसके बाद झाड़ू लगाकर, पोछा मार देना, उसके बाद कुछ नया काम दूंगी, उसे भी करना"! शांति ने कहा

धर्मेंद्र खाना खाकर सारे बर्तन लेकर बैठ जाता है तो उसे बहुत तेज नींद आती है और वह वही बर्तन धोते धोते ही सो जाता है, कुछ देर बाद शांति आकर देखती है, धर्मेंद्र गहरी नींद में सोया है तो उस पर पानी डालते हुए कहती हैं-"दुनिया के सबसे कामचोर पति हो तुम, तुम्हें इतना सा काम दिया, वह भी नहीं होता और यही सो रहे हो, थोड़ी मेरी हेल्प कर दोगे तो कोई दुबले नहीं हो जाओगे और तुमने मुझसे वादा किया था कि खाना खाकर सारा काम कर दूंगा, दगाबाज"!शांति ने गुस्से से कहा

"अरे यार, रात भर भूखे पेट नींद नहीं आई, अब खाना खाया तो आलस चढ़ रहा है, थोड़ी देर सो जाने दो, उसके बाद सारा काम कर दूंगा"! धर्मेंद्र ने कहा

"मैं कुछ नहीं जानती, फटाफट काम खत्म करो फिर हमें पापा को किसी, अच्छे डॉक्टर को दिखाना है, तुमने सच कहा था वह बहुत बड़े शराबी बन गए हैं, मैंने उन्हें आज रंगे हाथ पकड़ लिया"! शांति ने बताया

"मेरा एक दोस्त है, जो डॉक्टर तो नहीं है पर वह शराब छुड़ाने वाली संस्था, नशा मुक्ति केंद्र मैं, सफाई का काम करता है, वहां से हजारों लोगों की शराब छूट गई है, तुम कहो तो उसे बुला लूं"! धर्मेंद्र ने कहा

"अरे, इसमें पूछने की क्या बात है"? बस कोई झोला छाप डॉक्टर नहीं होना चाहिए"!शांति ने कहा

शांति के जाने के बाद

धर्मेंद्र फोन लगाकर कहता है -"हेलो नशा मुक्ति केंद्र, मेरे ससुर जी शराब पी, पी कर, पागल हो गए हैं और गांव के लोगों को बेवजह मार रहे हैं, मैंने उनका पता आपकी वेबसाइट पर मेल कर दिया है, आप जल्दी आकर, इन्हें यहां से ले जाओ, नहीं तो यह किसी की हत्या कर देंगे"!

कुछ देर बाद

नशा मुक्ति केंद्र की एंबुलेंस आती है और उसमें से एक डॉक्टर बाहर आकर धर्मेंद्र को पकड़ लेता है और कहता है -"तू ही वह नशेड़ी है, जो शराब पी, पी कर, पागल हो गया है और गांव वालों को बेवजह मार रहा है, चल, तुझे ले जाने के लिए ही आए हैं"!

फिर धर्मेंद्र कहता है-" अरे नहीं, डॉक्टर साहब, वह मैं नहीं, मेरे ससुर जी है, आप उनके मुंह पर पट्टी बांधो और अंदर उनकी एक पागल बेटी है उसकी एक भी मत सुनना, उस पागल को जल्द से जल्द इलाज की सख्त जरूरत है, आप ले जाकर, उसका ट्रीटमेंट करो"!

फिर वह डॉक्टर अपने दो सहकर्मियों के साथ ससुर को पकड़ता है और उसके मुंह पर पट्टी बांध देता है, यह देखकर शांति गुस्से से पूछती है -"तुम लोग कौन हो"? और मेरे पापा को ऐसे क्यों ले जा रहे हो,"!

तब डॉक्टर बताता है -"तुम्हारे पिता शराब पी, पीकर, पागल हो गए हैं, अगर जल्द से जल्द इनको करंट के झटके नहीं लगाए तो यह पूरी तरह पागल हो जाएंगे और फिर कभी ठीक नहीं होंगे"!

"अरे, पर अभी थोड़ी देर पहले तो यह ठीक थे"! शांति ने कहा

"थोड़ी देर में क्या से क्या हो जाता है"! "बेटी कोई नहीं जानता, मैं इस शहर का जाना माना डॉक्टर हूं, मेरी बात पर विश्वास करो और अपने पापा को हमें ले जाने दो, हम जल्द इन्हें ठीक करके वापस भेज देंगे"! डॉक्टर ने समझते हुए कहा

"अगर ऐसी बात है, तो ठीक है, आप पापा को ले जाइए"! शांति ने कहा

धर्मेंद्र का ससुर न जाने क्या-क्या जतन करता है पर उसके मुंह पर पट्टी बंधी होने के कारण, वह कुछ नहीं कर पाता और नशा मुक्ति केंद्र वाले उसे ले जाते हैं

"पता नहीं, पापा को अचानक क्या हो गया"? "अभी थोड़ी देर पहले तो बिल्कुल ठीक थे मेरे पापा"! शांति ने रोते हुए धर्मेंद्र से कहा

"अरे, मैं तो पहले ही समझ गया था कि पापा की दिमागी हालत ठीक नहीं है, पर तुम मेरी मानती नहीं हो, इसलिए तुम्हें, नहीं बताया, सुबह तुम्हें, देखकर मुझसे पूछ रहे थे, यह चुड़ैल कौन है"? "अब बताओ, वह अपनी बेटी को ही नहीं पहचान पा रहे हैं, मतलब उनकी दिमागी हालत दिन-ब-दिन बहुत तेजी से खराब हो रही है"! धर्मेंद्र ने बताया

"मेरे पापा, ठीक तो हो जाएंगे, ना धर्मेंद्र"!

"अरे हां, बहुत जल्दी ठीक हो जाएंगे, तुम चिंता मत करो"! धर्मेंद्र ने आश्वासन दिया

कुछ देर बाद

शांति के पास एक अनजान फोन आता है शांति फोन उठाकर कहती है -"आप कौन बोल रहे हो"?

तो सामने से आवाज आती है -"हम नशा मुक्ति केंद्र से डाक्टर विजयपाल बोल रहे है, मैंने, तुम्हारे पिता के सारे चेकअप किये, इनकी दिमाग की हालत बिलकुल दुरुस्त है, आपके पति ने बेवजह, आपके पिता को पागल बता कर यहां भेजा है, मुझे लगता हैआपके पति की दिमागी हालत बहुत खराब है, अगर तुम कहो तो हम, तुम्हारे पिता को छोड़ देते हैं और तुम्हारे पति को ले जाते हैं"!

"हां ठीक है, तुम मेरे पिता को छोड़ दो और मेरे पति को ले जाओ, सच में, मेरे पति की दिमागी हालत बहुत खराब है"!

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1 Comments

Varsha_Upadhyay

16-Sep-2023 08:14 PM

Nice part 👌

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